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    प्रवीण भाई तोगड़िया ने केंद्र सरकार से पूछा, आखिर कश्मीर में कब घर वापसी करेंगे हिंदू

    By Raksha PanthariEdited By:
    Updated: Sat, 04 Jan 2020 08:54 PM (IST)

    अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया ने सरकार से तीखा सवाल करते हुए पूछा कि कश्मीरी पंडितों को उनका घर कब मिलेगा।

    प्रवीण भाई तोगड़िया ने केंद्र सरकार से पूछा, आखिर कश्मीर में कब घर वापसी करेंगे हिंदू

    रुड़की, जेएनएन। अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. प्रवीण भाई तोगड़िया ने जहां नागरिकता संशोधन कानून का स्वागत किया। वहीं, उन्होंने कश्मीरी पंडितों को लेकर केंद्र सरकार को आड़े हाथों भी लिया। उन्होंने सरकार से तीखा सवाल करते हुए पूछा कि, कश्मीरी पंडितों को उनका घर कब मिलेगा। डॉ. तोगड़िया ने ननकाना साहिब पर हमले की तीखी भर्त्सना करते हुए पाकिस्तान से बदला लेने की बात कही।

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    डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने शनिवार को हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने यहां आदर्शनगर में पत्रकारों को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि लंबे इंतजार और संघर्ष के बाद भगवान श्रीराम के मंदिर के पक्ष में फैसला आया। यह आनंद का विषय है, लेकिन देश में रामराज दूर-दूर तक दिखाई नहीं देता है। सरकार बताए कि रोजगार कहां है, किसान कर्जमुक्त कब होगा, महंगाई मुक्त रसोई कब होगी, महिलाएं कब सुरक्षित होंगी। बांग्लादेश से हो रही घुसपैठ को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि बांग्लादेश के मुस्लिमों को तलाश कर उन्हें वापस भेजा जाए। इस मौके पर जिला महामंत्री उमेश प्रधान आदि मौजूद रहे।

    इससे पहले उन्होंने कार्यकर्ताओं के साथ बैठककर विभिन्न मुद्दों पर विचार-विमर्श किया। इसके बाद भगवानपुर में आयोजित बैठक में भी डॉ. प्रवीण भाई तोगडिय़ा ने केंद्र सरकार से राम राज्य की दिशा में काम करने को कहा। इस मौके पर संजय बजरंगी, अमित कुमार, प्रदीप, अंकुश पंडित, अरङ्क्षवद पांडेय आदि मौजूद रहे।

    सरकार वापस ले देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड

    जयराम आश्रम में पत्रकारों को संबोधित करते हुए डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने एक ओर पाकिस्तान को आड़े हाथों लिया। दूसरी ओर देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड पर प्रदेश सरकार को घेरा। कहा मठ, मंदिर और तीर्थ सनातन वैदिक परंपरा को टिकाने के स्तंभ हैं। कहा कि इसे वापस नहीं लिया तो देशभर के पुरोहित और संतों को साथ लेकर विरोध करेंगे। कहा कि एनडी तिवारी सरकार भी ऐसा विधेयक लाना चाहती थी, लेकिन विरोध को देखते हुए सरकार को इसे वापस लेना पड़ा था। राम मंदिर मसले पर चुटकी लेते हुए डॉ. तोगडिय़ा ने कहा कि राम मंदिर बने, यह आनंद की बात है, लेकिन दूरबीन लेकर ढूंढने से भी रामराज्य नहीं दिख रहा। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के देवीमंत्र ट्वीट करने संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इसमें कुछ गलत नहीं है। 

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    भाजपा अगर इसका विरोध कर रही है तो वह एक राजनैतिक मुद्दा हो सकता है। विरोध के लिए विरोध सही नहीं है। जयराम आश्रम परमाध्यक्ष स्वामी ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने कहा कि जल्द ही संतों की बैठक बुलाकर देवस्थानम बोर्ड पर चर्चा कर आगे की रणनीति तय की जाएगी। इस दौरान अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद के संगठन मंत्री राजा भैया, श्रीमहंत साधनानंद, स्वामी सत्यव्रतानंद, देवभूमि तीर्थ पुरोहित हक-हकूकधारी महापंचायत के अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल, संयोजक सुरेश सेमवाल, महामंत्री हरीश डिमरी आदि मौजूद रहे।

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